आखिर ऑक्सीजन को बनाया कैसे जाता है , How to make Oxigen, oxigen making Process
हेलो दोस्तो कैसे है आप सब उम्मीद करता हूं आप सब अच्छे होंगे दोस्तो आज की यह वीडियो काफी ज्यादा वैल्यूएबल और नॉलैजेबल होने वाली है क्युकी इस Pandemic situation में किसी को ऑक्सीजन मिलना अमृत मिलने के बराबर है लोग ऑक्सीजन सिलेंडर पाने के लिए कुछ भी कितना भी कीमत देने को तैयार है 5 हजार के सिलेंडर को लोग 50 हजार तक में खरीदने को तैयार है इसलिए दोस्तो मुझे लगा कि इस आपको इस चीज को लेकर जानकारी रखना बेहद जरूरी है कि आखिर ऑक्सीजन को बनाया कैसे जाता है ऑक्सीजन बनाने की पूरी प्रक्रिया क्या है और जिस सिलेंडर में ऑक्सीजन को भरा जाता है वह फैकॉट्री में कैसे बनता है
दोस्तो इस वीडियो में ऑक्सीजन के बनने से लेकर सिलेंडर में भरने तक की पूरी प्रक्रिया क्या है। इसे आपको बताने और समझाने वाले है।
Oxigen making process
दोस्तो ऑक्सीजन को हमारे ही वातावरण में बनाया जाता है पृथ्वी के वातावरण में 78% नाइट्रोजन 21% ऑक्सीजन 1 % ऑर्गन और बाकी सारे गैस मिश्रित होते है। तो सबसे पहले इन्हे अलग करने के लिए हवा को एक फिल्टर प्रॉसेस से गुजारा जाता है जिससे कि हवा में मौजूद सॉलिड पार्टिकल्स डस्ट वगैरा अलग हो जाता है तो अब बचती है केवल गैस अब इस गैस को हाई प्रेशर अप्लाई करके इसे कंप्रेस्ड किया जाता है और अगले पड़ाव में इसे पुरीफिकेशन यूनिट में डाला जाता है यहां water corbon die oxide और हाइड्रोकार्बन अलग हो जाते है तो अब जो मिश्र गैसे बचती है उन्हें लिक्वड फॉर्म में बदलने के लिए माइनस 173 डिग्री वाले एक कोल्ड बॉक्स में रखा जाता है जहां वो लिक्विड फॉर्म में बदल जाता है तो अब फाइनल स्टेप होता है saipration का जिसके लिए इस लिक्विड को इस टैंक में डाला जाता है आपको पता होगा कि सभी गैसो की डेंसिटी अलग अलग होती है जिससे कि ये टैंक में बने अलग अलग में चैंबर में जमा हो जाती है
ऑक्सीजन की दिंसिटी ज्यादा होने के कारण ये नीचे वाले चैंबर में जमा हो जाती हैं और इसके उपर ऑर्गन और टॉप पर नाइट्रोजन जमा हो जाती है इसी प्रकार सभी गैसों को अलग कर लिया जाता है जो कि लिक्वड फॉर्म में होती है तो फाइनली हमें ऑक्सीजन प्राप्त हो चुका है अब बारी आती है इसे सिलेंडर में भरने की अब आइये लगे हाथ ओक्सिजन सिलेंडर कैसे बनता है इसके उपर भी बात कर लेते है
Cylender Making Prosses
दोस्तों इसे बनाने के लिए फैक्ट्री में सबसे पहले लोहे के पाईप को माँगा लिया जाता है और फिर इन पाइप को सिलेंडर की लम्बाई में काट लिया जाता है इसके बॉटम यानी निचे वाले पार्ट को बनाने के लिए इसके सर्कल शेप के मोल्ड में डालकर उसे उपर ८०० टन का प्रेस्सेर अप्लाई किया जाता है जिससे वो सिलेंडर के बॉटम का शेप ले लेता है इसे एक ओवेर्हिटिंग चैम्बर में डालकर कटे हुए पाइप में जोड़ दिया जाता है अब इसके टॉप वाले हिस्से को राउंड शेप देने के लिए इसे गर्म किया जाता है और साथ ही एक हार्ड मेटल इसके एजस को शेप देने का काम करती है अब सिलेंडर की stringht को बढ़ने के लिए इसे 900 डिग्री सेल्सियुस में गर्म करके ६ मिनट के लिए इसे केमिकल में डुबाया जाता है और फिर ९० मिनट तक 650 डिग्री सेल्सियस में गर्म करके उसे २ घंटे के लिए केमिकल में छोड़ दिया जाता है इस प्रक्रिया को टेम्परिंग कहा जाता है इसमें सिलेंडर की मजबूती बढ़ जाती है अब इसमें वाल को लगाने के लिए इसमें स्क्रीन कर दी जाती है इसके बाद हाई प्रेशर वाटर के जरिये इसके बाहर और अंदर की सफाई कर दी जाती है और फिर इसमें वाल को फिट कर दिया जाता है उसके बाद इसे पेंट कर दिया जाता है तो फाइनली यह ओक्सिगन भरने के लिए तैयार है एक वर्कर इन सिलेंडर में पाइप को लगा देता है और इस तरह से इसमें ओक्सिगन भर दिया जाता है और फिर ट्रांसपोर्ट के जरिये इसे अलग अलग जगह में भेज दिया जाता है
दोस्तों ये रही सभी प्रोसेस जो मैंने आपको बताया तो कैसे लगी विडियो हमे जरुर बताये और अपने दोस्तों के साथ शेयर करके उनको भी इस जानकारी से अवगत कराये
आप लोग घर में रहे मास्क का प्रयोग करे और सुरक्षित रहे फिर मिलते है अगले विडियो में . जय हिन्द
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