कमलेश कुमारी : वो बहादुर महिला जीसने ससंद हमले के आरोपियो को बेनकाब किया, Kamlesh Kumari: The brave woman who exposed the accused of Parliament attack
कमलेश कुमारी : वो बहादुर महिला जीसने ससंद हमले के आरोपियो को बेनकाब किया
2001 की बात है. नापाक इरादों वाले आतंकियों ने लोकतंत्र के सबसे बड़े मंदिर संसद भवन पर हमला बोल दिया था. हमले में संसद भवन के चिथड़े उड़ सकते थे. पर एक वीरांगना की बदलौत आतंकी अपने मक़सद में कायमाब न हो सके. युद्ध के मैदान में अपनी जान की कुर्बानी देकर जाबांज़ सिपाही ने संसद भवन को बचा लिया
कहानी उस बहादुर कांस्टेबल की जिसने 11 गोलियां खाकर आतंकी हमले को किया नाकाब:
2001 की सुबह का वो भयानक मंज़र आज भी दिल दहला देता है. 13 दिसबंर को रोज़ की तरह संसद सत्र की शुरुआत हुई थी, लेकिन तभी पता चला कि सत्र को स्थगित कर दिया गया है. उस दिन संसद भवन के गेट नबंर11 पर महिला कांस्टेबल कमलेश कुमारी तैनात थीं. इस बीच वहां एक सफ़ेद रंग की अंबेसडर कार आकर रुकती है. कार में लगभग पांच आतंकी मौजूद थे, जिनके पास AK47 और हैंड ग्रैनेड था.
कांस्टेबल कमलेश कुमारी |
संसद हमले के आरोपी अफ़ज़ल गुरु को कोर्ट ने फ़ांसी की सज़ा सुनाई और कमलेश कुमारी को उनकी कर्तव्यनिष्ठा के लिये अशोक चक्र से नवाज़ा गया. इसी के साथ वो ये सम्मान पाने वाली देश की पहली महिला कांस्टेबल बन गईं. कमलेश कुमारी की याद में उनके गांव सिकंदपुर में स्मारक स्थल भी बनाया गया. उनकी दो बेटियां थीं. कमलेश एक छोटे से परिवार में ख़ुशहाली की ज़िंदगी जी रही थीं, लेकिन जब देश पर बात आई तो अपने कर्म को सबसे ऊपर रखा.
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महिला कांस्टेबल कमलेश कुमारी की इस बहादुरी के लिये देशवासी हमेशा उनके कर्ज़दार रहेंगे. सच में कमलेश जैसी वीरांगनाएं बहुत ही कम होती हैं.
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